हम किसीको अपनी मर्जी से चाह तो सकते है,
लेकिन उसे ये नहीं कह सकते की तुम भी मुझसे मोहब्बत करो !!
हजारों महेफिलें है और लाखो मेले है,
पर जहां तुम नहीं वहां हम अकेले है !!
आओ कुछ देर मेरी चाहत की छाँव में आराम कर लो,
तुम थक गए होगे शायद मुझसे नफरत करते करते !!
कमबख्त दिल तैयार ही नहीं होता उसे भूलने के लिए,
मैं उसके आगे हाथ जोडता हूँ तो वो मेरे पैर पड़ जाता है !!
बहूत सवाल करती हो तुम,
इतना प्यार ही कर लेती तो जवाब मिल जाते !!
एक ही ठोकर में दिल ऐसे बरबाद हुआ,
जैसे एक हँसता खेलता बच्चा यतीम हो जाए !!
होठों की हंसी को मत समझ हकीकत-ए-जिन्दगी,
दिल में उतर के देख कितने उदास है हम तेरे बिना !!
आज रात जी भर के रो के देख लूँ,
सुना है की रात के अंधेरों में दर्द की नीलामी हो जाती है !!
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