खटकता तो उन्हीं की आँखों में हूँ जिनके आगे झुकता नहीं, बाकी जिनको पसंद हूँ वो किसी के आगे मुझे झुकने नहीं देते


जब रिश्तों में ज़िद और मुकाबला आ जाए तो ये दोनों ही जीत जाते हैं, हार तो बस रिश्ता जाता है


ज़रा सा मूड अच्छा क्या हो जाए, सारी दुनिया उसे off करने में लग जाती है


ये मत समझ तेरे क़ाबिल नहीं हम, तड़प रहे हैं वो जिन्हे मिले नहीं हम


मुसीबत आए तो ये मत सोचना कि अब कौन काम आएगा बल्कि ये देखना अब कौन साथ छोड़ कर जाएगा


लड़की ऐसी चाहिए जो busy होने पर भी कहे ” मैं free हूँ तुम्हारे लिए ”


हम जो मुस्कुरा दे तो खामोशियाँ भी कहती हैं माशाल्लाह


सुना था नेकी करोगे तो दुनिया जानेगी , पर आजकल तो लूटेरों की भी बहुत पहचान है

सुनो मुझे सुकून चाहिए ……. मतलब दफा हो जाओ मेरी ज़िन्दगी से


वो हमारी हैसियत पूछते है, उनकी शख्सियत बिक जाए इतनी हैसियत है हमारी


ये हालात ही होते हैं जो बातें सुनना और सहना सिखाते है , ऐसे तो हर एक इंसान फितरत से बादशाह ही होता है


तेरी अपनी thinking, तेरे अपने thoughts, मैं ना बदलूँगी, तू चाहे जो मर्ज़ी सोच


इक पल भी मेरा किरदार ना निभा सकेंगे वो लोग, जो मिलते है मुझसे तो मशवरे हज़ार देते हैं


बड़े महँगे किरदार है ज़िंदगी में साहिब, समय समय पर सबके भाव बढ़ जाते हैं
Reviewed by Unknown on July 23, 2018 Rating: 5

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